Halloween 2019: वैसे तो भूत प्रेत हैं और आत्माओं के कहानी किस्सों को सुनकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो जाते हैं ,लेकिन आज भी कुछ ऐसे देश है जहां पर हेलोवीन दिवस के रूप में भूत प्रेतों को याद किया जाता है। बता दे इस बार हैलोवीन दिवस 31 अक्टूबर को मनाया जा रहा है, जिस की खबर सुनकर आप खुशी के मारे पागल भी हो सकते हैं या फिर डर के रजाई के अंदर भी खुस कर भी बैठ सकते हैं।
Halloween Day History
ऐसा कहा जाता है कि हेलोवीन दिवस की शुरुआत आयरलैंड और स्कॉटलैंड जैसे द्वीप और देशों से हुई थी, जिसे अब अमेरिका इंग्लैंड और यूरोप जैसे कई देशों में काफी ज्यादा धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन छोटे बच्चों से लेकर बड़े बूढ़े तक कुछ भयानक देखने वाली पोशाके पहन कर सड़कों पर निकल पड़ते हैं। ऐसा कहा जाता है दुनिया में पहली बार हेलोवीन दिवस । वैसे देखा जाए तो ईसाइयों के काफी सारे त्यौहार होते हैं जैसे कि क्रिसमस गुड फ्राइडे और ईस्टर, इन्हीं में से एक त्यौहार है हेलोवीन डे।
प्राचीन समय से चला आ रहा है यह दिन
Halloween History: ऐसा कहा जाता है कि प्राचीन समय में यूरोप में सेल नाम के लोग रहा करते थे, यह लोग अपने भगवान को मूर्ति के रूप में पूजा करते थे। इनका अपना एक कैलेंडर था जिसके चलते हुए वह साल के अंत में एक त्यौहार मनाया करते थे जैसा कि हम लोग न्यू ईयर मनाते हैं।

क्यों पहनते हैं इस दिन भूतों की पोशाकें ?
Halloween Costumes 2019: ऐसा कहां जाता है है कि इस दिन हमारे पूर्वजों और मरे हुए लोगों की आत्माएं धरती पर आती है। हेलोवीन दिवस और उसके कुछ दिन बाद भी पूर्वजों की आत्माएं लोगों को डराती रहती है, जिन को खुश करने के लिए लोग उनके जैसे ही पोशाकें पहनकर घूमते रहते हैं। इसके अलावा यह लोग मरे हुए जानवरों की हड्डियां भी जलाते हैं, यह परंपरा कई सालों से चली आ रही है। ऐसा कहा जाता है कि हेलोवीन दिवस की यह रात काफी ज्यादा लंबी डरावनी और ठंडी होती है जिसे बाद कुछ लोगों की तबीयत भी खराब हो जाती है। यही कारण है की आज हेलोवीन दिवस को सर्दी के मौसम के आसपास में मनाया जाता है। एक बार आप सभी को हमारी तरफ से हेलोवीन दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।