अमेज़न प्राइम आपके लिए लेके आया है बहोत ही शानदार और धमाकेदार वेब सीरिज तांडव. पॉलिटिक्स में रुचि रखने वालो के लिए जबरदस्त सीरिज. सैफ अली खान और डिंपल कपाडिया जैसे बड़े स्टार कास्ट होने की वजह से लोगो की उम्मीद तांडव सीरिज से और जयादा बढ़ गयी है. जो तांडव इतने दिनों से सबकी चर्चा बनी हुई थी वो रिलीज हो चुकी है. आपको बता दे के इस सीरिज के 9 अलग-अलग पार्ट है.

तांडव की कहानी बिलकुल अलग है. इसमें दो कहानिया एक साथ चल रही है. जिसमे से एक प्रधानमंत्री की कुर्सी के लिए है और दूसरी लड़ाई यूनिवर्सिटी के अन्दर पल रहे भेदभाव, जातिवाद, पूंजीवाद से आजादी के लिए है. लम्बे समय से चल रह दर्शको का इन्तजार तो ख़तम हुआ है. लेकी जैसे उम्मेदे थी वो नहीं हो पाया दर्शको के सब्र का फल मीठा नहीं रहा. यदि आप राजनीती में रुचि रखते है तो आपको यह सीरिज देखनी चाहिये. तांडव में सैफ अली खान लीड रोल में नजर आने वाले है. वो कहते है न के राजनीती में सब जायज है तो बीएस इसी के समझ में आता है के साडी लड़ाई कुर्सी के लिए है.

तांडव में कहानी PM की कुर्सी के इधर उधर घुमती नजर आती है. जिसमे एक तरफ PM की चिता जलती है दूसरी तरफ उनका बेटा PM बनने के सपने देखता है. लेकिन बिच में कोई तीसरा आ जाता है. जिसकी एन्ट्री होते ही कहानी और मजेदार हो जाती है. इस सिर्ज की सबसे अच्छी चीज है उनके स्टार कास्ट की एक्टिंग सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया, सुनील ग्रोवर समेत सभी सितारे बेहतरीन तरीके से नजर आये है. तिग्मांशु धूलिया का रोल वेसक से छोटा रहा है लेकिन जितना भी है काफी मजेदार रहा है. युवा छात्र नेता के रूप में जीसान अयूब ने अपने किरदार के साथ ईमानदारी से काम किया है जो की आपको भी नजर आएगा.

ऐसा बिलकुल भी नहीं है के राजनीती विषय पर पहली बार फिल्म बन रही है या रिलीज हो रही है. पर आपको बता दे के इसमें कुछ दय्लोग ऐसे भी है सायद जिन्हें आपने पहले भी सुना होगा. तांडव में राजनीती के महत्व को काफी अच्छे से निभाया है. ट्रिलेर में तो ऐसा लगता है के सच्ची घटनाओ से जोड़ने का प्रयास किया गया है. यह कहानी एकदम नयी है जिसे कही से भी कॉपी नहीं किया गया है.बाकि ट्रिलेर में देख कर तो ऐसा लगता है के सैफ अली खान एक हीरो भी है और एक विल्लेन भी अब वो कितने रियल लगते है ये तो सीरिज देखने के बाद ही पता चलेगा.