सूर्य ग्रहण: आने वाले वर्षों में तारीखें और भारत में दृश्यता

सूर्य ग्रहण को खगोलीय घटनाओं में सबसे आकर्षक और रोमांचक माना जाता है। यह दुर्लभ घटना पूरी दुनिया के लोगों को अपनी ओर खींचती है। सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है और कुछ समय के लिए सूर्य को ढक लेता है। यह दृश्य मानव इतिहास में सबसे अद्वितीय घटनाओं में से एक है। साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को हुआ था। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण था, जो अमेरिका और कनाडा में देखा गया था, लेकिन भारत में इसे नहीं देखा जा सका।

जब सूर्य ग्रहण होता है, तो अंतरिक्ष से पृथ्वी पर चंद्रमा की विशाल परछाई नजर आती है। अब अगला सूर्य ग्रहण करीब है, और इसके बारे में जानने से पहले, सूर्य ग्रहण के प्रकारों को समझना जरूरी है। सूर्य ग्रहण चार प्रकार के होते हैं, और यह चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी पर निर्भर करता है कि किस प्रकार का ग्रहण लगेगा। इसके साथ ही, यह ग्रहण आपको कैसा दिखाई देगा, यह आपकी भौगोलिक स्थिति पर भी निर्भर करता है।

सूर्य ग्रहण के प्रकार

पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है। इस दौरान, चंद्रमा पृथ्वी के बेहद करीब होता है, और कुछ मिनटों के लिए पूरे क्षेत्र में अंधेरा छा जाता है। तापमान में गिरावट आती है, और सूर्य का बाहरी हिस्सा जिसे कोरोना कहते हैं, दिखाई देने लगता है।

आंशिक सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य पूरी तरह से एक सीध में नहीं होते। इस वजह से, चंद्रमा सूर्य का कुछ ही हिस्सा ढक पाता है। यह घटना स्थान के अनुसार भिन्न होती है, इसलिए कुछ जगहों पर आंशिक ग्रहण दिखाई देता है।

आने वाले सूर्य ग्रहण की तारीखें

  1. 2 अक्टूबर 2024: यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जो दक्षिण अमेरिका में देखा जा सकेगा। आंशिक रूप से यह अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में भी दिखेगा। भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा।

  2. 29 मार्च 2025: यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो यूरोप, एशिया के कुछ हिस्सों, अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, अटलांटिक महासागर, और आर्कटिक महासागर में देखा जा सकेगा।

  3. 21 सितंबर 2025: यह आंशिक सूर्य ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और अटलांटिक महासागर में देखा जाएगा।

  4. 17 फरवरी 2026: इस दिन वलयाकार सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका में दिखाई देगा, जबकि आंशिक सूर्य ग्रहण अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, हिंद महासागर और प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा।

  5. 12 अगस्त 2026: यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, जो ग्रीनलैंड, आइसलैंड, स्पेन, रूस और पुर्तगाल के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। आंशिक सूर्य ग्रहण यूरोप, उत्तरी अमेरिका, अफ्रीका, अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर में देखा जा सकेगा।

अगले कुछ वर्षों में सूर्य ग्रहण की ये तारीखें खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए बहुत खास होंगी, लेकिन 2026 तक भारत में कोई भी सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा।

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