आयुष्मान खुराना की नई फिल्म आर्टिकल 15 विवादों में घिरती हुई दिखाई दे रही है। आपको बता दें कि फिल्म के खिलाफ (अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद) ने फिल्म पर आरोप लगाया है, कि फिल्म समाज को बांटने का काम कर रही है। साथ ही फिल्म ब्राह्मणों का अपमान कर रही हैं। इसी के चलते अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद को इस फ़िल्म पर आपत्ति है। एकता परिषद ने आर्टिकल 15 फिल्म के निर्माताओ को नोटिस जारी करते हुए, कहां है की वह फ़िल्म में से आपत्तिजनक सीन को हटाए। फिल्म के ट्रेलर को 30 मई रिलीज कर दिया गया था। आपको बता दें कि फिल्म को 28 तारीख को भारतीय बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होने वाली है।
फिल्म के ट्रेलर के मुताबिक फिल्म में ऊंची जाति के अभियुक्तों द्वारा नीची जाति से दुष्कर्म और हत्या का अपराध करने का जिक्र है। इसके अलावा फिल्म में ऊंची जाति और नीची जाति को दर्शाया गया है। जो समाज को दो वर्गों में बांटने का काम करती है। एकता परिषद की ओर से वकील सुनील कुमार तिवारी ने फिल्म निर्माता को कानूनी नोटिस भेज दिया है। इस नोटिस में कहां गया है की 24 घंटों के भीतर फिल्म के ट्रेलर और सोशल मिडिया सहित आपत्तिजनक भाग को हटा दिया जाए। और नोटिस में लिखा गया है कि अगर तय समय पर यूट्यूब और सोशल मीडिया पर से आपत्तिजनक दृश्यों को हटाया नहीं गया तो संस्था अपराधिक व दीवानी कानूनी कार्रवाई करेगी। नोटिस में 30 मई तक का सीमित समय दिया गया है। आर्टिकल 15 के लिए मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। इस मामले ने तेजी पकड़ ली है, अब देखने वाली बात होगी फिल्म प्रोडक्शन हाउस आगे क्या निर्णय लेता है। फिल्म का ट्रेलर जरूर देखे।
हाल ही में फिल्म के ट्रेलर को रिलीज किया गया था। फिल्म के ट्रेलर में साफ देखा जा सकता है कि दो युवा लड़कियों का बेरहमी से दुष्कर्म और हत्या करते हुए दिखाया गया है। जिसके बाद दोनों लड़कियों को पेड़ से लटका दिया गया। ट्रेलर के मुताबिक इन लड़कियों को केवल इसलिए मार दिया गया क्योकि उन्होंने ₹3 की वेतन में बढ़ोतरी की मांग की थी। फिल्म में दर्शाया गया है कि क्षेत्र में जातिगत समीकरण कितना बढ़ गया है। इस ट्रेलर के रिलीज होने के बाद से ब्राह्मण समुदाय गुस्सा हो गया है। मनोरंजन और आर्टिकल 15 से जुड़ी ताजा खबरों के लिए हमारे साथ बने रहे।