Delta Plus variant new– केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोनावायरस का डेल्टा वेरिएंट दुनिया के 80 देशों में मौजूद है, जबकि डेल्टा प्लस (Delta Plus) वेरिएंट 9 देशों में पाया गया है. भारत में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 22 मामले सामने आए हैं. इनमें सर्वाधिक 16 महाराष्ट्र में एवं बाकी मामले मध्यप्रदेश और केरल में मिले हैं. महारास्ट्र में कोरोना वायरस के नए वेरियंट डेल्टा प्लस के 21 मरीज सामने आये है.
Based on the recent findings of INSACOG (Indian SARS-CoV-2 Genomic Consortia), the Union Health Ministry has alerted and advised Maharashtra, Kerala and Madhya Pradesh regarding the Delta Plus variant of #COVID19 being found in some districts in these States: Government of India
— ANI (@ANI) June 22, 2021
इनमे से कुछ केस अप्रैल के है, इनमे से एक मरीज की उम्र 70 साल की है. इससे पता चलता है कि महाराष्ट्र में कोरोना का नया वैरिएंट दो महीने से दुबका हुआ था और लोगों को संक्रमित कर रहा था. हालांकि राहत की खबर यह है कि इनमें से दो मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं. देश में दूसरी लहर अभी सही तरीके से ख़तम भी नहीं हुई है, अब तीसरी लहर की चिंता सताने लगी है. इस बिच कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वेरियंट नयी मुसीबत बनकर सामने आ गया है.

महाराष्ट्र में कोविड-19 के अत्यधिक संक्रामक स्वरूप ‘डेल्टा प्लस के अभी तक 21 मामले सामने आ चुके हैं. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सोमवार को बताया कि इस स्वरूप के सबसे अधिक नौ मामले रत्नागिरी, जलगांव में सात मामले, मुंबई में दो और पालघर, ठाणे तथा सिंधुदुर्ग जिले में एक-एक मामला सामने आया है.

उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से 7,500 नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं. ये नमूने 15 मई तक एकत्रित किए गए थे और इनका जीनोम सिक्वेंसिंग किया जा चुका है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) ने सूचना दी थी कि डेल्टा प्लस स्वरूप, वर्तमान में चिंताजनक स्वरूप (वीओसी) है, जिसमें तेजी से प्रसार, फेफड़े की कोशिकाओं के रिसेप्टर से मजबूती से चिपकने और ‘मोनोक्लोनल एंटीबॉडी प्रतिक्रिया’ में संभावित कमी जैसी विशेषताएं हैं. कोरोना वायरस का ‘डेल्टा प्लस स्वरूप भारत के अलावा, अमेरिका, ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस में मिला है.