भारत में हर साल की तरह इस साल भी EVM पर विपक्षी पार्टियों द्वारा सवाल उठाए जा रहे हैं। ऐसा केवल इस साल नहीं जब भी देश में चुनाव होते हैं, तब-तब ईवीएम पर सवाल उठाए जाते रह हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजे से पहले विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम पर आरोप और सवाल उठाने शुरू कर दिए है। ईवीएम सुरक्षा पर सवाल उठाने वालों को चुनाव आयोग ने बेहतरीन और करारा जवाब दिया है। चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है, की ईवीएम के साथ किसी प्रकार की छेड़-छाड़ नहीं की जाती ना ही नतीजों के साथ कोई फेरबदल किया जाता। यह केवल एक अफवाह हैं। जब ईवीएम को सील करने की प्रक्रिया सभी पार्टियों के लोगों के सामने हुई है तो ईवीएम पर सवाल उठाना बिल्कुल बेहूदा बात है।
आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर कुछ दिनों से वीडियो वायरल हो रही है। जिसमें दावा किया जा रहा है की ईवीएम का दुरुपयोग किया जा रहा है। यह सब वीडियो ज्यादातर यूपी और बिहार की ओर से शेयर की जा रही है। चुनाव आयोग ने इन सभी सबूतों को नजरअंदाज करते हैं, साफ कर दिया है की यह झूठे आलावा ओर कुछ नहीं हैं। चुनाव आयोग का कहना है की देश के सभी स्ट्रांग रूम मे ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित है। उन्हें किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। यह केवल एक अफवाह है, इस पर भरोसा ना किया जाए ईवीएम मशीनों को सुरक्षित रूप से रखा गया और रूम के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने टेक्नोक्रेट्स एक समूह द्वारा वीवीपैट पर याचिका जारी की थी। लेकिन कोर्ट ने इस याचिका को सिरे से खारिज कर दिया है। यह याचिका 30 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में जारी की गई थी। जिसमें मांग की गई थी वीवीपैट की पर्चियों के 100 फ़ीसद मिलान कराने चाइए, लेकिन इस अपील को खारिज कर दिया गया। देश और दुनिया की ताजा खबरों के लिए हमारे साथ बने रहे।