PM Modi Speech in Rajya Sabha– प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने आज यानि सोमवार को राज्यसभा में राष्टपति के अभिभासन के धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना बयान दिया. इस दोरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राज्यसभा में बोल रहे है, सभी की निगाहे इस भासन के दोरान प्रधानमंत्री पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोलते हुए पहले सभी सासदो का धन्यवाद किया. जिन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही को अपना समय दिया. उन्होंने कहा की राष्टपति का अभीभासन एक नयी उर्जा, उमंग और आत्मविश्वास पैदा करने वाला था.
दिल्ली की सीमओं पर जमे आन्दोल्कारी किसानो को उन्होंने फिर से न्योता दिया है. पीएम मोदी ने खालिस्तानी साजिस पर कहा की देश हर सिक्ख के लिए गर्व करता है. उन्हें गुमराह करने से देश का कभी भला नहीं होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा की हमने बुद्धिजीवी सुने थे लेकिन, अब आंदोलन जिविओ की एक नयी जमात आ गयी है. जो हर आन्दोलन में दिखाई देते है. उन्होंने कहा की ऐसे लोगो की पहचान करके हमे इनसे बचना होगा. नरेंद्र मोदी ने आगे कहा के हमे ऐसे लोगो से सतर्क रहने की जरुरत है. जो भारत को अस्थिर करना चाहते है.

हमारी कोशिस है की किसान को उपज बेचने की इजाजत हो. इस पर गर्व होना चाइये. प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने किसानो से आन्दोलन ख़तम करने की अपील की. उन्होंने कहा की एमएसपी था, है और हमेशा रहेगा. मंडियों का आधुनिकी करण किया जायेगा. उन्होंने आगे कहा के हमारे क्रषि मंत्री लगातार किसानो से बातचीत कर रहे है. अभी तक कोई भी तनाव पैदा नहीं हुआ है. एक दुसरे की बात को समझने का या समझाने का प्रयास चल रहा है. हम आन्दोलन करने वालो से प्राथना करते है की आन्दोलन करना आपका हक़ है. लेकिन इस प्रकार से बुजर्ग लोग वह बेठे है, वो ठीक नहीं है. आप उनको ले जाइये. आप आन्दोलन को ख़तम कीजिये.
आगे बढ़ने के लिए मिलकर बैठकर चर्चा करेंगे. में सदन के माध्यम से भी निमंतरण डेटा हु. प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने कहा के पूरी दुनिया इस समय एक बड़े संकट से लड़ रही है. कोरोना संकट आया तो भारत के लिए दुनिया चिंतित थी. अगर भारत खुद को नहीं संभल पाया तो दुनिया के लिए संकट खड़ा हो जायेगा. भारत ने अपने देश के नागरिको की रक्षा करने के लिए एक अज्ञात दुश्मन से जंग लड़ी है. लेकिन आज दुनिया इस बात पर गर्व कर रही है.

की भारत ने यह लड़ाई जीती है. सदन में किसान आन्दोलन की भरपूर चर्चा हुई है, जायदा से जायदा समय में जो बात की गयी वो किसान आन्दोला के ऊपर थी. सरकार ने विपक्ष पर क्रषि कानूनों को लेकर गुमराह करने का आरोप लगया है. की किसानो का विरोध केवल एक राज्य पंजाब में है. सरकार ने यहाँ तक कहा के वह संसोधन के लिए तेयार है. लेकिन दावा किया की क्रषि कानूनों में कुछ भी गलत नहीं है.