कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फैसला ले लिया है की वह इस बार यूपी की अमेठी के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ेंगे। राहुल गांधी ने आज केरल के वायनाड जिले में पहुंचकर अपना नामांकन भरा, पार्टी महासचिव और बहन प्रियंका गांधी भी इस समय वहा मौजूद रह। विपक्षियों पार्टी का का कहना है की अमेठी में माहौल खराब होने की वजह से राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट की और रुख किया। वहीं दूसरी और राजनीतिक विश्लेषकों का यह मानना है की राहुल गांधी का यह फैसला सही है, इस फैसले राहुल गांधी को वायनाड जित प्राप्त हो सकती है। सभी राजनीति पार्टियों के लिए 2019 के लोकसभा चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। इस लिए राहुल गाँधी कोई खतरा नहीं लेना चहाते है। अमेठी में स्मृति ईरानी ने राहुल की तगड़ी घेराबंदी कर रखी है। अब राहुल ने यह स्पष्ट कर दिया है की वह केरल में भी चुनाव लड़ेंगे।
जानिए कुछ ख़ास बातें
- राहुल गांधी ने 11:30 बजे आज केरल के वायनाड जिले से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इस फैसले बादसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खासा जोश देखने को मिला। राहुल गांधी ने इस बार अमेठी के अलावा वायनाड सीट से भी लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। राहुल गांधी को इस फैसले का लाभ भी होगा ऐसा बताया जा रहा है।
- सूत्रों की माने तो दोनों सीटों पर जीत के बाद राहुल गांधी बहन प्रियंका गांधी के लिए अमेठी की सीट को खाली कर सकते हैं।
Image Source: NDTV Khabar - वामदलों ने कहा कि वे राहुल गांधी को सिखाएंगे कि जमीन पर चुनाव कैसे लड़ा जाता है
- भाजपा के वायनाड जिले के नेता विजयन चेरूकारा ने कहा कि एलडीएफ उम्मीदवार ने प्रचार के लगभग तीन चरण पूरे कर लिए हैं। यह मतदाताओं की कुल संख्या पांच लाख है।
- वामदलों का कहना है की क्षेत्र की जनता गांधी जैसे व्यक्ति को कभी स्वीकार नहीं करेंगी।
- राहुल गांधी के लिए अमेठी में जीतना आसान होगा लेकिन वायनाड की धरती कुछ अलग है, यहां वह नहीं जीत सकेंगे। ऐसा विजयन चेरूकारा ने कहा।