ऐसा क्या हुआ जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने ट्वीट डिलीट करने पड़ गए। और ऐसा क्या हुआ हैशटैग की लड़ाई में एक फनी मोड़ आ गया। इस सबके बिच एक नारा गूंजा (अब की बार बोट की सरकार) भारतीय जनता पार्टी की ओर से चलाया गया हैशटैग मैं भी चौकीदार #MainBhiChowkidar बहुत तेज़ी से वायरल हुआ। पहला सवाल इस हैसटैग की क्यों जरूरत पड़ी, कोंग्रेश अध्यक्ष राहुल गाँधी फ्रांस से रफाल डील पर मोदी पर आरोप लगा रहते है, राहुल का कहना है की इस डील में नरेंद्र मोदी ने गड़बड़ की है और अनिल अंबानी को 30 हज़ार करोड़ का मुनाफ़ा कराया है। राहुल गाँधी का यह अकड़ा ऊपर निचे होता रहता है लेकिन सवाल वही रहता है। इसी के चलते राहुल गाँधी एक नारा देते है चौकीदार चोर है। प्रेस कॉन्फ्रेंस, रैली, ट्विटर सभी जगह बार बार यह नारा धोराते है। बीजेपी ने इसे अपनी ढाल बना लिया, और इसे एक हैशटैग के तोर पर सभी बीजेपी कार्येकर्ता इस्तेमाल करने लगे।
भारतीय जनता पार्टी के प्रचार तंत्र ने सोशल मीडिया पर मैं भी चौकीदार की बहुत सी वीडियो शेयर की जिसमे समाज के अलग अलग तपते के लोग कह रह है कि मैं भी चौकीदार। इस हैशटैग को लोगो का समर्थन मिलने लगा। हैशटैग के जरिये जितने भी ट्वीट किये गए, मोदी सबको जवाब दे रह थे। जवाब सबको एक जैसा होता था बीएस फर्क इतना होता था की फोटो बदल जाती थी। और लिखा होता था की आपकी हिस्से दारी से मैं भी चौकीदार मुहीम मजबूत हो रही है, और भी ऐसा बहुत कुछ।

मोदी के ट्विटर अकाउंट से Niiravmodi, NehruKiGaltiHai, ModiLeDubega, जैसे ट्विटर अकॉउंट को धन्यवाद कहना शुरू करदिया। इससे मीडिया में ख़लबली मच गई, और बोला जाने लगा की किसी भगोड़े को मोदी धन्यवाद कैसे बोल सकते है। ऐसा इस लिए हुआ क्योकि मोदी की जगह बोट ट्वीट कर रहा था।इस पर चुटकी लेते हुए राहुल गाँधी ने लिखा चौकीदार बोट है। बोट एक प्रकार का प्रोग्राम होता है जिसमे सभी को एक जैसे रिप्लाई किये जाते है। जो भी व्यक्ति मैं भी चौकीदार के साथ ट्वीट करता उसे यह बोट रिप्लाई देता। इसी के चलते यह सब हुआ।