विदेश में पढ़ाई के लिए फ्रांस और कनाडा को दो शीर्ष अध्ययन स्थलों के रूप में माना जाता है, जिनमें दोनों देशों की उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और रोजगार के सुनहरे अवसरों का आनंद लिया जा सकता है। हालांकि, कनाडा ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या में कटौती की घोषणा की है, जबकि फ्रांस ने अधिक भारतीय छात्रों को अपने यूनिवर्सिटीज में स्वागत करने का ऐलान किया है। यहां हम दोनों देशों के बीच पढ़ाई करने के खर्च में अंतर को समझेंगे।
कनाडा में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या अब 10 लाख को पार कर गई है, जिसमें से करीब 37% छात्र भारतीय हैं। यहां की शिक्षा की गुणवत्ता, विश्वविद्यालयों की मान्यता, और रोजगार के अवसरों की वजह से कनाडा छात्रों के बीच एक लोकप्रिय स्टडी डेस्टिनेशन बना हुआ है।
एक ओर, फ्रांस ने बड़े दृढ़ता के साथ भारतीय छात्रों को अपने यूनिवर्सिटीज में आमंत्रित करने का ऐलान किया है, जिससे 2030 तक फ्रांस में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या 30,000 तक बढ़ाई जाएगी। इसका मतलब है कि फ्रांस भारतीय छात्रों के लिए एक आकर्षक स्टडी डेस्टिनेशन बन रहा है।
दोनों ही देशों में पढ़ाई के लिए आने वाले खर्च में अंतर होता है, जिसे समझना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर हम खर्च की बात करें, तो कनाडा में यह थोड़ा महंगा है, लेकिन यहां की शिक्षा और जीवन की गुणवत्ता को देखते हुए यह बहुत ही उत्तम है। कनाडा के ग्राजुएट और पोस्ट-ग्राजुएट प्रोग्राम्स के लिए फीस और जीवन खर्च का आधार 15,000 से 35,000 कनाडाई डॉलर प्रति वर्ष हो सकता है, जो कि अध्ययन क्षेत्र और स्तर पर बदल सकता है।
फ्रांस में भी खर्च कम है, लेकिन यहां के पाठ्यक्रम और शहरों के आधार पर भिन्न हो सकता है। फ्रांस में ग्राजुएट प्रोग्राम्स के लिए फीस और जीवन की बहुत ही कम हो सकती है और यहां छात्रों को अच्छी छात्रवृत्ति की सुविधा भी होती है।